RD YA SIP

RD  या  SIP निवेश कहां करना सही होगा.

SIP


अगर आपको भविष्‍य के लिए बड़ा फंड तैयार करना है तो इसके लिए बचत और निवेश का मंत्र याद रखना होगा. हर महीने अपनी इनकम में से थोड़ी बचत जरूर करें और इसे किसी बेहतर स्‍कीम में निवेश करें. वैसे तो आजकल निवेश के कई ऑप्‍शंस मौजूद हैं, लेकिन जब भी मंथली निवेश की बात आती है तो सबसे ज्‍यादा जिक्र दो स्‍कीम्‍स का होता है रिकरिंग डिपॉजिट यानी आरडी और सिस्‍टमैटिक इनवेस्‍टमेंट प्‍लान यानी एसआईपी

SIP.  इन दोनों ही स्‍कीम्‍स में कोई भी व्‍यक्ति 100 रुपए से भी निवेश शुरू कर सकता है. RD बैंक या पोस्‍ट ऑफिस कहीं भी शुरू की जा सकती है, वहीं SIP के जरिए म्‍यूचुअल फंड्स में पैसा लगाया जाता है, इसलिए आपको डीमैट अकाउंट ओपन करवाने की जरूरत पड़ती है. RD और SIP दोनों के नफा-नुकसान अलग-अलग हैं. अगर आप भी इस मामले में कन्‍फ्यूज हैं कि आपके लिए कौन सी स्‍कीम बेहतर है, तो यहां जान लीजिए इसके बारे में 

RD

1.पहले बात आरडी की, अगर आप इसे बैंक में शुरू करते हैं तो 1, 2, 3, 4 , 5 और 10 अपने हिसाब से कितने भी समय के लिए शुरू कर सकते हैं. साल के हिसाब से हर बैंक में ब्‍याज दर अलग-अलग हैं. लेकिन पोस्‍ट ऑफिस में इसे शुरू करना चाहते हैं तो आपको कम से कम 5 सालों के‍ लिए इसमें निवेश जारी रखना होगा क्‍योंकि पोस्‍ट ऑफिस आरडी 5 सालों की होती है

आरडी का फायदा ये है कि इसमें आपको गारंटीड रिटर्न मिलेगा सुरक्षित निवेश होने के कारण तमाम लोग इसे बचत और निवेश का बेहतर जरिया मानते हैं. ज्‍यादातर लोग आरडी के जरिए पैसे की बचत करके इस पर ब्‍याज लेते हैं और फिर आरडी के जरिए इकट्ठी हुई एकमुश्‍त राशि को एफडी में कन्‍वर्ट करवा लेते हैं.

जितने रुपए की मासिक आरडी को आपने शुरू किया है, पूरे टेन्‍योर में आपको उतनी रकम हर हाल में एक निश्चित डेट को जमा करनी होती है अगर आप आरडी को टेन्‍योर पूरा होने से पहले क्‍लोज करते हैं तो आपको इसके लिए पेनल्‍टी देनी होती है.एसबीआई में RD पर 6.80% से लेकर 7.00% तक ब्‍याज मिल रहा है, वहीं सीनियर सिटीजंस को .50 फीसदी ब्‍याज अधिक मिलता है. वहीं पोस्‍ट ऑफिस में मौजूदा समय में आरडी पर 6.7​% के हिसाब से ब्‍याज दिया जा रहा है.आरडी पर लोन या ओवरड्रॉफ्ट फैसेलिटी का भी लाभ उठा सकते हैं. यह आपकी जमा राशि का 80 से 90 फीसदी हो सकता है.आरडी की मैच्‍योरिटी पर मिलने वाले ब्‍याज पर टैक्‍स लगता है. RD पर ब्याज से होने वाली आय अगर 40000 रुपए (सीनियर सिटीजन के मामले में 50000 रुपए) तक है तो इस पर आपको कोई टैक्स नहीं देना होता. इससे ज्यादा आय होने पर 10% TDS काटा जाता है.

SIP अब बात एसआईपी की, आरडी की तरह एसआईपी में भी छोटे निवेश से शुरूआत कर सकते हैं. लेकिन एसआईपी में मार्केट में पैसा लगाया जाता है, इसलिए इसमें रिटर्न की गारंटी नहीं दी जा सकती है. लेकिन फिर भी ज्‍यादातर एक्‍सपर्ट वेल्‍थ क्रिएशन के हिसाब से एसआईपी को निवेश का बेस्‍ट ऑप्‍शन मानते हैं. म्‍यूचुअल फंड में लगाए गए पैसों को फंड मैनेजर मैनेज करते हैं. इसके कारण इसमें जोखिम काफी कम हो जाता है.RD की तरह ही SIP में भी आप 1, 2, 3, 4, 5 या इससे ज्‍यादा समय के लिए निवेश जारी रख सकते हैं. इसमें लॉक इन पीरियड जैसी बाध्‍यता नहीं होती. इसमें आपको फ्लैक्सिबिलिटी मिलती है. आप जब चाहे इसे Pause कर सकते हैं और फिर से शुरू कर सकते हैं और कभी भी पैसा विड्रॉल कर सकते हैं. लेकिन अगर आप SIP से बेहतर मुनाफा कमाना चाहते हैं तो आपको इसे लंबे समय तक जारी रखना चाहिए क्‍योंकि इसमें कंपाउंडिंग का फायदा मिलता है और लॉन्‍ग टाइम में तेजी से वेल्‍थ क्रिएशन होता है.एक्‍सपर्ट्स की मानें तो एसआईपी में करीब 12 फीसदी तक औसतन रिटर्न मिल जाता है. कई बार ये इससे ज्‍यादा भी होता है. ऐसे में अगर देखा जाए तो ये रिटर्न आरडी के मुकाबले काफी ज्‍यादा है. लंबे समय की एसआईपी के जरिए अच्छा फंड तैयार कर सकते है.SIP में आपको रुपी कॉस्‍ट एवरेजिंग का फायदा मिलता है. इसका मतलब है कि अगर मार्केट गिरावट में है और आपने पैसा निवेश किया तो आपको ज्यादा यूनिट्स अलॉट होंगे और मार्केट में तेजी है तो कम यूनिट्स अलॉट होंगे. मार्केट में गिरावट आने पर भी आप लॉस में नहीं जाते. ऐसे में जब मार्केट में तेजी आती है, तो आपको अपने औसत निवेश पर ही बेहतर रिटर्न पाने का मौका मिल सकता है।



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